RPSC Statistical Officer Syllabus: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर Statistical Officer वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. जिन अभ्यर्थियों ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया है, उन्हें इसके सिलेबस की जानकारी होनी चाहिए. इस आर्टिकल में हम आपको विषयवार सिलेबस, परीक्षा पैटर्न, प्रश्नों के वितरण और तैयारी के महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझ होनी चाहिए.
इस आर्टिकल में हम आपके लिए RPSC Statistical Officer के परीक्षा पैटर्न और सिलेबस की विस्तार से चर्चा करेंगे. अधिक जानकारी के लिए आप इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते है. निचे विस्तार से सिलेबस और परीक्षा पैटर्न से सम्बंधित जानकारी बतायी गयी है जिसे आप देख सकते है.
RPSC Assistant Statistical Officer Syllabus: PDF Download
आरपीएससी सहायक सांख्यिकी अधिकारी की परीक्षा के लिए इसके परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के द्वारा जारी कर दिया गया है. परीक्षा में शामिल होने से पहले उम्मीदवारों को इसके सिलेबस को अच्छे से पढ़ लेना चाहिए और फिर इसके परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी करनी चाहिए जिससे आपको परीक्षा में किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े.
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा जारी किये गये सिलेबस को डाउनलोड करने का लिंक निचे दिया गया है जहा से आप सिलेबस को डाउनलोड कर अपनी परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हो.
RPSC Statistical Officer Syllabus: Hightlights
| Organization Name | Rajasthan Public Service Commission (RPSC) |
| Post Name | Assistant Statistical Officer (SO) |
| Total Vacancies | 64 |
| Exam Mode | Online/Offline |
| Question Type | Objective Type (MCQ) |
| Time Duration | 2 Hours 30 Minutes |
| Category | Syllabus and Exam Pattern |
| Article | RPSC Statistical Officer Syllabus |
| Official Website | rpsc.rajasthan.gov.in |

RPSC Statistical Officer Syllabus And Exam Pattern 2025
RPSC Statistical Officer Syllabus and Exam Pattern 2025 को समझना परीक्षा की तैयारी शुरू करने का सबसे महत्वपूर्ण कदम है। राजस्थान लोक सेवा आयोग हर वर्ष इस पद के लिए लिखित परीक्षा आयोजित करता है, जिसमें विषय से जुड़े महत्वपूर्ण टॉपिक्स और वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा कुल 150 अंकों की होती है और उम्मीदवारों को इसे हल करने के लिए 2 घंटे 30 मिनट का समय मिलता है। सही तैयारी करने के लिए यह ज़रूरी है कि आप सिलेबस में शामिल सभी विषयों, टॉपिक्स और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह जानें, ताकि आप अपनी रणनीति को मजबूत बनाकर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
RPSC ASO Exam Pattern 2025
| S.No. | Subject | No. of Questions | Marks |
| Part-A | General Knowledge | 30 | 30 |
| Part-B | Statistics, Economics and Mathematics | 70 | 70 |
| Total | – | 100 | 100 |
आरपीएससी एएसओ परीक्षा के लिए एक ही पेपर का आयोजन किय जाएगा, जिसमें 100 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार से पूछे जायेंगे. पेपर को हल करने की अवधि 120 मिनट की निर्धारित की गयी है. प्रयेक 1 प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित किया गया है. गलत उत्तर के लिए 0.33 अंक का नकारात्मक अंकन किया जाएगा. सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़ लेने के बाद उम्मीदवारों को परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
RPSC Statistical Officer Syllabus 2025
RPSC ASO 2025 परीक्षा में सफलता पाने के लिए उम्मीदवारों के लिए जरूरी है कि वे आयोग द्वारा जारी किए गए आधिकारिक पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझें। यह परीक्षा दो भागों में होती है—पहला भाग सामान्य ज्ञान से संबंधित होता है, जिसमें राजस्थान और भारत से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी पूछी जाती है। दूसरा भाग विषय-विशिष्ट होता है, जिसमें सांख्यिकी, अर्थशास्त्र और गणित के प्रमुख विषय शामिल होते हैं। इसलिए, परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए उम्मीदवारों को दोनों भागों के पूरे सिलेबस का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए और उसी के अनुसार अपनी तैयारी की रणनीति बनानी चाहिए।
Part-A: General Knowledge
RPSC ASO 2025 परीक्षा में शामिल होने वाले General Knowledge विषय की टॉपिक वाइज चर्चा निचे की गयी है-
Geography, Natural Resources and Socio-Economic Development of Rajasthan:
- राजस्थान के प्रमुख भौगोलिक प्रभाग
- वनस्पति और मिट्टी
- पर्यावरण संरक्षण
- हस्तशिल्प
- राज्य सरकार के विकास कार्यक्रम और योजनाएँ
- वन्य जीवन और उसका संरक्षण
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
- प्राकृतिक संसाधन – खनिज, वन, जल, पशुधन
- राजस्थान में बिजली और जनसंख्या के विभिन्न संसाधन
Saints of Rajasthan, Paintings:
- राजस्थान के विभिन्न स्कूल
- प्रमुख पर्यटन केंद्र और विरासत संरक्षण
History, Culture and Heritage of Rajasthan:
- राजस्थान का इतिहास
- राजस्थान के प्रसिद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल
- लोक साहित्य
- मेले और त्यौहार
- सीमा शुल्क, आभूषण
- प्रसिद्ध किले, मंदिर और हवेलियाँ
- लोक कला, नृत्य, संगीत, नाटक
- लोक देवियन-देवता
Current Events and Issues of Rajasthan:
- सूचना प्रौद्योगिकी और संचार के क्षेत्र में प्रमुख विकास
Part-B: Statistics, Economics and Mathematics
RPSC ASO syllabus में शामिल Statistics, Economics and Mathematics विषय के टॉपिक की चर्चा निम्न- प्रकार से की गयी है-
Collection
- वर्गीकरण
- सारणीकरण और आरेखीय प्रस्तुति
- केंद्रीय प्रवृत्ति
- फैलाव
- आघूर्ण
- तिरछापन और कुर्टोसिस के माप
Testing of Hypothesis:
- परिकल्पना की अवधारणा
- महत्वपूर्ण क्षेत्र और महत्व का स्तर
- छोटे और बड़े नमूने
- परीक्षण में त्रुटि के प्रकार
Correlation and Regression
- सहसंबंध और उसके गुणांक
- रैखिक प्रतिगमन
Design of Sample Survey:
- परिकल्पना की अवधारणा
- महत्वपूर्ण क्षेत्र और महत्व का स्तर
- छोटे और बड़े नमूने
- परीक्षण में त्रुटि के प्रकार
Index Number:
- सूचकांक संख्याओं के उपयोग, प्रकार और सीमाएँ, सूचकांक संख्याओं का निर्माण
- चेन बेस इंडेक्स संख्याएँ
- आधार स्थानांतरण
- जीवन-यापन लागत सूचकांक संख्याएँ
- सरल और भारित समग्र विधि
- सरल और भारित औसत मूल्य-सापेक्ष
Vital Statistics:
- महत्वपूर्ण आँकड़ों का संग्रह – मृत्यु दर और प्रजनन दर के माप
- जनसंख्या वृद्धि
- जीवन सारणी
Time Series Analysis:
- चक्रीय और अनियमित विविधताएँ
- अवयव
- प्रवृत्ति का मापन
- मौसमी
System & Statistical Organization in India & Rajasthan:
- राष्ट्रीय लेखा प्रणाली (एसएनए)
- नीति आयोग
- भारतीय रिजर्व बैंक
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
- केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय
- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन
- अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी निदेशालय
- राजस्थान (DES)
- भारत के महापंजीयक
Basic of Computer:
- एमएस वर्ड
- इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान
- एमएस एक्सेल और पावरपॉइंट प्रस्तुति
Elementary Mathematics:
- दशमलव अंश
- साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज
- वर्गमूल
- प्रतिशत, दरें और अनुपात
- औसत
Economy of Rajasthan:
- कृषि, उद्योग
- राज्य की आय, गरीबी
- बेरोजगारी और मानव विकास
- पशुधन, बुनियादी ढांचा विकास
- सार्वजनिक वित्त
Economic Concepts:
- मांग और आपूर्ति का नियम
- लोच की अवधारणा
- विभिन्न बाजारों के अंतर्गत मूल्य निर्धारण
- राष्ट्रीय आय
- मुद्रा स्फ़ीति
- धन, बैंकिंग और वित्तीय समावेशन
- मांग पूर्वानुमान
- आर्थिक विकास और योजना